श्रेणी: Book Reviews

Book Reviews

Musafir Cafe

Musafir Cafe – दिव्य प्रकाश दुबे

अक्सर ही हम ज़िन्दगी की राह  में चलते चलते ठिठक से जाते है | हमें एहसास ही नहीं होता की हमें कहाँ जाना है और हमें खुद  से या हमारी ज़िन्दगी से चाहिए क्या ??
Pratigya

प्रतिज्ञा (Pratigya) समीक्षा हिंदी में

प्रतिज्ञा(Pratigya) कहानी है त्याग की, मित्रता और शत्रुता की, सामाजिक और व्यक्तिगत विचारों के बदलाव की
कितने पाकिस्तान

कितने पाकिस्तान: विभाजन की त्रासदी पर एक दृष्टिकोण

कितने-पाकिस्तान : विभाजन के दर्द और मानवता के पहलुओं को उजागर करती यह पुस्तक एक साहित्यिक उत्कृष्टता है
रात का रिपोर्टर

रात का रिपोर्टर : समझ और समीक्षा

निर्मल वर्मा की कृति 'रात का रिपोर्टर' की गहन समीक्षा। इमरजेंसी के समय पत्रकारों की क्या स्थिति और भूमिका थी , इसके बारे में भी बात करेंगे।
मसाला चाय

मसाला चाय : साधारण लोगों की असाधारण कहानियाँ

मसाला चाय: कहानियाँ जो साधारण लोगों के जीवन की सच्चाई और सुंदरता को सजीव रूप में प्रस्तुत करती हैं।